धनबाद : धनबाद के जाने-माने असर्फी अस्पताल की लापरवाही सामने आ रही है,जहां एक शव को चूहे ने कुतर डाला है। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर जमके हंगामा किया। जानकारी के अनुसार गिरिडीह के जमुआ के रहने वाले शंकर मंडल ने अपने पिता को इलाज के लिए धनबाद के असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जिसके बाद कागजी प्रक्रिया पुरी होने में देरी की वजह से अस्पताल कर्मियो ने शव को मोर्चरी में रखने के बजाय शव को खुल में छोड़ दिया, जिसे रात भर चूहे कुतरते रहे। लेकिन आज ज़ब सुबह परिजन शव लेने अस्पताल पहुंचे तो शव की हालत को देखकर सभी आक्रोशित हो गये और हंगामा शुरु कर दिया। हंगामे की सुचना मिलने पर धनबाद थाना की पुलिस भी मौक़े पर पहुंची,जिसके बाद उन लोगों को शांत कराया गया। हालांकि हंगामे को देखकर अस्पताल प्रबंधन ने बिल माफी की बात कह कर मामले को टालने की कोशिश भी की,लेकिन परिजन लापरवाही बरतने वाले अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई किए जाने की मांग पर अड़े रहे। अब देखना यह दिलचस्प होगा की पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है। क्या परिजनों को इंसाफ मिलेगा या फिर लापरवाही और लूटपाट का धंधा चला रहे इस अस्पताल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी,ये तो आनेवाला वक़्त ही बताएगा। सरकारी अस्पतालों को लेकर व्यवस्था और लापरवाही का आलम आए दिन समाचारों में सुनने को मिलता है,लेकिन प्राइवेट अस्पताल जो अपने आप को सुपर स्पेशलिस्ट का विज्ञापन हर एक होर्डिंग और अखबारों में देखने को मिलता है और अपना महिमा का बखान करता है। लेकिन इस प्राइवेट अस्पताल में रखे हुए लाश को अगर चूहा कुतर ले,तो आप क्या कहेंगे ?आदमखोर हुए चूहे बड़े-बड़े अस्पतालों में ही अड्डा जमाए हुए हैं,इसी से पता चलता है कि मोटी मोटी रकम लेने वालें इस अस्पताल के रखरखाव का क्या इंतजाम होगा,आप खुद ही सोच ले।